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चमोली का गर्व: शेफ आलम सिंह. Best College of Hotel Management(Culinary College of Hotel Management- Dehradun)

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वैसे तो उत्तराखंड के लोग हर क्षेत्र में आगे हैं लेकिन होटल और रेस्टोरेंट उद्योग में इनका कोई सानी नहीं हैं। दुनिया का शायद ही ऐसा कोई होटल या रेस्टोरेंट हो जहाँ की रसोई में उतराखंडी न हो। हर जगह अपनी मेहनत और अपने कौशल से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं और केवल उपस्थिति ही नहीं अपनी पाक कला के हुनर का डंका भी बजवाते हैं।     अब शेफ आलम सिंह को ही ले लो। उत्तराखंड के चमोली गढ़वाल के एक छोटे से गांव का लड़का आज एम्सटर्डम, नीदरलैंड के एक रेस्टोरेंट में अपने स्वाद का जलवा दिखा रहा है।  कोट गांव, पोस्ट ऑफिस कोठली, थराली, चमोली गढ़वाल का एक युवा आलम सिंह पुत्र श्री आनंद सिंह नीदरलैंड देश की राजधानी एम्सटर्डम में सैफ्रोन इंडियन कुजीन रेस्टोरेंट में बड़े ही शांत लेकिन निपुणता से भारतीय व्यंजन बनाता है। उसकी कड़ाही करी की पाक कला इतनी शानदार हो चुकी है कि केवल ढाई साल से एम्सटर्डम में रहते हुए शहर के बेहतरीन भारतीय शेफ में गिनती होने लगी है और इसका प्रमाण वहाँ की प्रतिष्ठित पत्रिका वस्सेनार है। यह पत्रिका नेदरलैंड की मातृभाषा डच में छपी है। शेफ आलम सिंह जो 2009-10 में कलिनरी कॉलेज ऑफ होटल मैनेजम

Career as a Chef in Hospitality Industry

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 होटल इंडस्ट्री से जुड़ा एक खास कैरियर है शेफ का। अगर आपको खाना बनाने का शोंक है और आपको किचन में रहना अच्छा लगता है और कई बार ख्याल आता है की शेफ कैसे बनते है तो आप ये पूरी पोस्ट पढ़िए ताकि आप ये समझ सके की कैसे एक बेहतरीन शेफ बन सकते हैं शेफ क्यों बने। होटल इंडस्ट्री से जुड़ा एक खास कैरियर है शेफ का। अगर आपको खाना बनाने का शोंक है और आपको किचन में रहना अच्छा लगता है और कई बार ख्याल आता है की शेफ कैसे बनते है तो आप ये पूरी पोस्ट पढ़िए ताकि आप ये समझ सके की कैसे एक बेहतरीन शेफ बन सकते हैं अगर आप घुमक्कड़ प्रवृति के हैं तो शेफ बने क्योंकि शेफ के लिए रोजगार केवल मेट्रो सिटी में ही नहीं अपितु देश विदेश के कोने कोने में है। आप अपने करियर को गलोबली निखार सकते हैं। अगर आप स्काई इज द लिमिट खोजते हैं मतलब कि अगरआप अपने मालिक खुद हैं तो आपके पास विकल्प के अनेकों अवसर हैं जैसे कि होटल, रेस्टोरेंट, फूड सेंटर, कैटरिंग कंपनी, क्रूज, एयरलाइन, एमएनसी, आर्मी और यहां तक कि अपना स्वयं का रोजगार और साथ ही किसी भी जगह चुनने का विकल्प। इसके अतिरिक्त नौकरी के ढेरों विकल्प हमेशा से वेबसाइट पर उपलब्ध मिलेंगे। अगर

Career in Cruise-Ship Management

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 Jobs on Cruise Lines have become a more adventurous and enticing option, compared to their more traditional counterpart, for many who wish to pursue a career in hospitality. With the leading global Cruise Lines counting down the days to set sail again, as soon as the travel lockdown is lifted, the demand for Crew Members will be immense! That is why I am here to spill all of the secrets about the unique perks of working on a Cruise Ship. No other industry has been growing so rapidly in the past ten years as the cruise ship industry. Just for the last four years, all leading cruise lines have doubled their fleets and the number of officers, staff, and crew working on board their ships. Many new cruise ship companies have emerged trying to get their share of the cruise market expansion. The Money Obviously, this is the first question everyone has when looking for a job: How much can I earn? On cruise lines, the answer is A LOT! The pay on cruise ships is actually one of its best ben

चमकते चेहरे के पीछे मेहनत का रंग

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चमकते चेहरे के पीछे मेहनत का रंग (There is always a hard work behind every shining face)                                बड़े बड़े और भव्य भवन, जहाँ की हर दीवार कुछ ना कुछ बोलती हो, जिसका कोना-कोना रोशनी से नहाया हुआ हो, उसकी छत को देखो तो मानो पूरा का पूरा तारामंडल एक जगह समेट दिया हो, साफ सुथरा फर्श जहाँ धूल का लेश मात्र भी नाम ना हो, चारों ओर भीनी भीनी महक और बड़े बड़े, आरामदायक सोफा, इधर ही कहीं कड़क और इस्त्री किए हुए कपड़ो में कोई नौजवान युवक या कोई खूबसूरत सी युवती आपको दिखाई देती है जिसके चमकते चेहरे को देख कर ही अनायास आपको खुशी मिलती है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि ये कहीं और नही बल्कि सितारा होटल है, जहाँ पर कुछ इसी तरीके का माहौल मिलता है।                                अब अगर इसी माहौल को एक बार फिर से ढंग से देखें और कल्पना करें कि इस आरामदायक माहौल में अगर आपको कोई चेहरा ना दिखे तो क्या तब भी यही दृश्य आपको खुशी देगा? मुझे लगता है कि नही। तब ये बड़े और आलीशान भवन कोई चमकदार डरावने बंगले लगेंगे इससे अधिक और कुछ नहीं। इसी के साथ अगर ये भी कल्पना करे कि यही चमकदार और दमकते च

चमकते चेहरे के पीछे मेहनत का रंग

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चमकते चेहरे के पीछे मेहनत का रंग (There is always a hard work behind every shining face)                                बड़े बड़े और भव्य भवन, जहाँ की हर दीवार कुछ ना कुछ बोलती हो, जिसका कोना-कोना रोशनी से नहाया हुआ हो, उसकी छत को देखो तो मानो पूरा का पूरा तारामंडल एक जगह समेट दिया हो, साफ सुथरा फर्श जहाँ धूल का लेश मात्र भी नाम ना हो, चारों ओर भीनी भीनी महक और बड़े बड़े, आरामदायक सोफा, इधर ही कहीं कड़क और इस्त्री किए हुए कपड़ो में कोई नौजवान युवक या कोई खूबसूरत सी युवती आपको दिखाई देती है जिसके चमकते चेहरे को देख कर ही अनायास आपको खुशी मिलती है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि ये कहीं और नही बल्कि सितारा होटल है, जहाँ पर कुछ इसी तरीके का माहौल मिलता है।                                अब अगर इसी माहौल को एक बार फिर से ढंग से देखें और कल्पना करें कि इस आरामदायक माहौल में अगर आपको कोई चेहरा ना दिखे तो क्या तब भी यही दृश्य आपको खुशी देगा? मुझे लगता है कि नही। तब ये बड़े और आलीशान भवन कोई चमकदार डरावने बंगले लगेंगे इससे अधिक और कुछ नहीं। इसी के साथ अगर ये भी कल्पना करे कि यही चमकदार और दमकते च

देहरादून वालों का मोमो प्रेम .....

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देहरादून वालों का मोमो प्रेम ,,,,,           खुशगवार मौसम , बड़े - बड़े नामी स्कूल , रसभरी लीची , खुशबूदार बासमती चावल , देसी चाय और ताजा रस इन सब नामों से तो आपको पता चल ही गया होगा की हम देहरादून शहर की बात कर रहे हैं , लेकिन एक और चीज़ है जो यहाँ लोकप्रिय हो रही है और वो है ' मोमोज।         मोमोज का नाम आते ही क्या आपके मुँह मे भी पानी आ जाता है ? गरमा - गरम भाप में तैयार , एक महीन झिल्लिनुमा छोटी रोटी , उसके अंदर सब्जी या गोश्त की भरावन , साथ में तीखी अदरक लहसून और सूखी लाल मिर्च की चटाकेदार चटनी , कुछ प्याज के छल्ले और कभी कभी धुँआ उड़ाता सूप भी ,,, वाह ! सिर्फ इतना ही और कुछ नही। लो आ गया न मुँह में पानी।         वैसे तो आपको ये अच्छे से पता है कि मोमो देहरादून का क्षेत्रिय पकवान नहीं है , ये तो तिब्बत और नेपाल की देन है।फिर भी मोमो का प्रचलन यहाँ तिब्बत या नेपाल से कम भी नही है।        थोड़ा बहुत जितना ज्ञान है उसमे यही है क